भाजपा के नाराज नेता घनश्याम तिवाड़ी ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे की नादिरशाही और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया की बेबसी से दु:खी हो कर नई राजनीतिक पार्टी बना ली है। इसका नाम उन्होंने राजस्थान देशम रखा है। पार्टी के नाम का ऐलान करने के बाद उन्होंने कहा कि वे पहले देवदर्शन यात्रा करके वसुंधरा के खिलाफ माहौल बनाएंगे, ताकि भाजपा सहित राजस्थान को उनके चंगुल से बचाया जा सके। उनका कहना है कि वसुंधरा की वजह से ही शुचिता वाली पार्टी का हालत खराब हुई है। विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाले जनसमर्थन के आधार पर वे यह तय करेंगे, कहां-कहां से उनकी पार्टी के प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे जाएंगे। वे इस बात का विशेष ध्यान रखेंगे कि जिन सीटों पर वसुंधरा ने अपने गैर संघी शागिर्दों को मैदान में उतारा है, उनके सामने सशक्त उम्मीदवार उतारे जाएं, ताकि वे पराजित हो जाएं। दूसरी ओर वे संघ पृष्ठभूमि के प्रत्याशियों के सामने कोई प्रत्याशी नहीं उतारेंगे। ऐसे प्रत्याशियों को उनकी पार्टी अंदर से समर्थन करेगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा संघी विधायक चुन कर आएं और सरकार बनने पर वसुंधरा का पाटिया गोल किया जा सके। संभव हुआ तो वे खुद वसुंधरा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगे और जनता को बताएंगे कि जो नेता पूरे चार साल जनता से दूर रह कर लंदन जा कर बैठ गया हो और चुनाव के मौके पर भाजपा व राजस्थान पर कब्जा करना चाहता हो, उसे कत्तई नहीं जीतने देना है। परिणाम आने के बाद उनकी पार्टी राजस्थान देशम भाजपा के संघनिष्ठ नेता को मुख्यमंत्री बनाने के लिए समर्थन देगी। बुरा न मानो होली है।
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