तीसरी आंख

जिसे वह सब दिखाई देता है, जो सामान्य आंखों से नहीं दिखाई देता है

बुधवार, जनवरी 22, 2025

परिजन के बाहर जाते ही दरवाजा बंद न कीजिए

आज एक ऐसी दिलचस्प परंपरा आपसे साझा कर रहा हूं, जिसका पालन अनेक लोग किया करते हैं। परंपरा यह है कि जब भी परिवार का कोई सदस्य घर से बाहर जाता है, तो उसके जाने के तुरंत बाद दरवाजा बंद नहीं किया जाता। कुछ देर तक खुला ही रखा जाता है।  यहां तक कि जब तक वह गली के मोड पर वह ओझल न हो जाए, तब तक उसे देखते रहते हैं। यदि तुरंत बंद किया जाएगा तो उससे यह भाव आता है, यह आभास जागता है कि हमने उसके बाहर जाते ही उससे तुरंत संबंध विच्छेद कर लिया है। कहीं यह वास्तव में घटित न हो जाए। यह बहुत भयावह है। कुछ समय दरवाजा खुला रखने के ये मायने हैं कि बाहर गया सदस्य मकान व परिवारजन से कनैक्टेड है। वह अपना काम पूरा करके लौटेगा। यह उम्मीद संबंधों को प्रगाढ करती है। हो सकता है कि दरवाजा तुरंत बंद करना या न करना केवल सोच ही हो, इसका धरातल पर कोई असर नहीं पडता हो, मगर कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं, जो इसे बहुत अधिक महत्व देते हों, और दरवाजा तुरंत बंद करने पर परिजन को खो देने की आषंका रखते हों।

https://www.youtube.com/watch?v=ISS2EbDoi_M

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